How to pray #namaz steps in hindi (नमाज़ पढ़ने का तरीका हिंदी में)
नमाज़ पढ़ने का तरीका हिंदी में. नमाज़ का सुन्नत तरीका, नमाज़ ५ वक़्त की होती हैं. फज़र में ४ रकत, ज़ोहर में १२ रकत, असर में ८ रकत, मगरिब में ७ रकत और ईशा में १७ रकत
सब से पहले नमाज़ की बदन, कपडे और जगह साफ़ होनी चाहिए. नमाज़ २ रकत, ३ रकत या ४ रकत होती हैं. ३ रकत मगरिब और ईशा की नमाज़ में पड़ी जाती हैं. बाकी वक़्त में २ या ४ रकत पड़ी जाती हैं.
१) नमाज़ के लिए आप क़िबला रुख होकर खड़े हो और नमाज़ की नियत करें. आप नियत करेंगे "नियत की मैंने २/३/४ रकत सुन्नत/फ़र्ज़/नफिल/इत्र नमाज़ मुँह मेरे काबा शरीफ की तरफ वास्ते अल्लाह के (पीछे इस इमाम के - अगर इमाम के पीछे खड़े हो थो इसमें ये भी मिला लें )", और हाथों को अपनी कानो के लौ तक लेके जाएं और अल्लाहु अकबर कहते हुए हाथ बांध लीजिये.
२) अब आप सना पड़ेंगे. जो यहाँ पे दिया गया हैं:
“सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका”
३) इसके बाद , आप सूरे फातिहा पडैं
“अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रजिम. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम.”
अल्हम्दु लिल्लाहि रबील आलमीन
अर रहमानिर रहीम
मालिकी यवमिद दीं
इय्याका नबुढ़ऊ व ईयाका नस्तईन
यहद्दीनस सिरातल मुस्तक़ीम
सिरातल लज़ीना अनंता अलैहिम घेरिल मघदूबी अलैहिम व लड़ डालीं
४) सुरे फ़ातिहा के बाद कोई एक सूरा और पढ़े.
५) इसके बाद अल्लाहु अकबर (तकबीर) कह कर रुकू में जायें.
६) रुकू में जाने के बाद आप पड़ें ३ बार - “सुबहान रब्बी अल अज़ीम”
७) इसके बाद ‘समीअल्लाहु लिमन हमीदा’ कहते हुवे रुकू से खड़े हो जाये.
८) खड़े होने के बाद ‘रब्बना व लकल हम्द पड़ें.
९) इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे में जायें.
१०) सज्दे में फिर आप ये पड़ें ३ बार - 'सुबहान रब्बी अल आला'
११) इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे से उठकर बैठे.
१२) फिर दोबारा अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे में जायें.
१३) सज्दे में फिर आप ये पड़ें ३ बार - 'सुबहान रब्बी अल आला'
१४) आप की पहली रकत मुक़ामाल ही गयी. अब आप अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरी रकत पडले और आप के दुसरे सजदे के बाद तशहुद में बैठ कर सबसे पहले अत्तहिय्यात पढ़िए. यह है,
‘अत्ताहियातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तैयिबातू अस्सलामु अलैका अय्युहन नाबिय्यु रहमतुल्लाही व बरकताहू अस्सलामु अलैना व आला इबादिल्लाहिस सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहू व अशहदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसुलहू’
१५) इसके बाद दरूद पढ़े. दरूद के अल्फाज़ यह है,
‘अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा सल्लैता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद. अल्लाहुम्मा बारीक़ अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा बारकता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद’
१६) इसके बाद दुआ ए मसुरा पढ़े जो निचे दी गयी हैं
अल्लहुमाग फिरली वाली वाले दय्या वाल उस्तादे वाल जमीइल मूमिनीन वाल मुमिनाते वाल मुस्लिमीन वाल मुस्लिमत अल्हैयाये मिन्हुम वाल अमवाते इनका मुजीबुड दवाते बिरहमतिका या अर्हमर्राहीमीन
१७) अब आप सलाम फेर सकते हैं. ‘अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह’ कहकर आप सीधे और उलटे जानिब सलाम फेरें.
✦ तीन रक’आत नमाज़ का तरीका:
दो रक’आत नमाज़ पढने के बाद तशहुद में सिर्फ अत्तहियात पढ़ ले. और फिर तीसरे रक’आत पढ़ें के लिए उठ कर खड़े हो जाये. इस रक’अत में सिर्फ सुरे फातिहा और सूरेह पढ़े और रुकू के बाद दो सज्दे कर के तशहुद में बैठें. तशहुद उसी तरह पढ़े जैसे उपर सिखाया गया है और अत्ताहियात, दरूद और दुआ ए मसुरा पढने के बाद सलाम फेर दें.
✦ चार रक’आत नमाज़ का तरीका:
दो रक’आत नमाज़ पढने के बाद तशहुद में सिर्फ अत्तहियात पढ़ ले. और फिर तीसरे रक’अत पढने के लिए उठ कर खड़े हो जाये. और बाकी के २ रकत पड़लें. चौथी रक’अत पढने के बाद तशहुद में बैठें. तशहुद उसी तरह पढ़े जैसे उपर सिखाया गया है और अत्ताहियात, दरूद और दुआ ए मसुरा पढने के बाद सलाम फेर दें.
नमाज़ पढ़ने का तरीका हिंदी में. नमाज़ का सुन्नत तरीका, नमाज़ ५ वक़्त की होती हैं. फज़र में ४ रकत, ज़ोहर में १२ रकत, असर में ८ रकत, मगरिब में ७ रकत और ईशा में १७ रकत
सब से पहले नमाज़ की बदन, कपडे और जगह साफ़ होनी चाहिए. नमाज़ २ रकत, ३ रकत या ४ रकत होती हैं. ३ रकत मगरिब और ईशा की नमाज़ में पड़ी जाती हैं. बाकी वक़्त में २ या ४ रकत पड़ी जाती हैं.
१) नमाज़ के लिए आप क़िबला रुख होकर खड़े हो और नमाज़ की नियत करें. आप नियत करेंगे "नियत की मैंने २/३/४ रकत सुन्नत/फ़र्ज़/नफिल/इत्र नमाज़ मुँह मेरे काबा शरीफ की तरफ वास्ते अल्लाह के (पीछे इस इमाम के - अगर इमाम के पीछे खड़े हो थो इसमें ये भी मिला लें )", और हाथों को अपनी कानो के लौ तक लेके जाएं और अल्लाहु अकबर कहते हुए हाथ बांध लीजिये.
२) अब आप सना पड़ेंगे. जो यहाँ पे दिया गया हैं:
“सुबहानका अल्लाहुम्मा व बिहम्दीका व तबारका इस्मुका व त’आला जद्दुका वाला इलाहा गैरुका”
३) इसके बाद , आप सूरे फातिहा पडैं
“अउजू बिल्लाहि मिनश शैतान निर्रजिम. बिस्मिल्लाही र्रहमानिर रहीम.”
अल्हम्दु लिल्लाहि रबील आलमीन
अर रहमानिर रहीम
मालिकी यवमिद दीं
इय्याका नबुढ़ऊ व ईयाका नस्तईन
यहद्दीनस सिरातल मुस्तक़ीम
सिरातल लज़ीना अनंता अलैहिम घेरिल मघदूबी अलैहिम व लड़ डालीं
४) सुरे फ़ातिहा के बाद कोई एक सूरा और पढ़े.
५) इसके बाद अल्लाहु अकबर (तकबीर) कह कर रुकू में जायें.
६) रुकू में जाने के बाद आप पड़ें ३ बार - “सुबहान रब्बी अल अज़ीम”
७) इसके बाद ‘समीअल्लाहु लिमन हमीदा’ कहते हुवे रुकू से खड़े हो जाये.
८) खड़े होने के बाद ‘रब्बना व लकल हम्द पड़ें.
९) इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे में जायें.
१०) सज्दे में फिर आप ये पड़ें ३ बार - 'सुबहान रब्बी अल आला'
११) इसके बाद अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे से उठकर बैठे.
१२) फिर दोबारा अल्लाहु अकबर कहते हुवे सज्दे में जायें.
१३) सज्दे में फिर आप ये पड़ें ३ बार - 'सुबहान रब्बी अल आला'
१४) आप की पहली रकत मुक़ामाल ही गयी. अब आप अल्लाहु अकबर कहते हुए दूसरी रकत पडले और आप के दुसरे सजदे के बाद तशहुद में बैठ कर सबसे पहले अत्तहिय्यात पढ़िए. यह है,
‘अत्ताहियातु लिल्लाहि वस्सलवातु वत्तैयिबातू अस्सलामु अलैका अय्युहन नाबिय्यु रहमतुल्लाही व बरकताहू अस्सलामु अलैना व आला इबादिल्लाहिस सालिहीन अशहदु अल्ला इलाहा इल्ललाहू व अशहदु अन्न मुहम्मदन अब्दुहु व रसुलहू’
१५) इसके बाद दरूद पढ़े. दरूद के अल्फाज़ यह है,
‘अल्लाहुम्मा सल्ली अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा सल्लैता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद. अल्लाहुम्मा बारीक़ अला मुहम्मद व आला आली मुहम्मद कमा बारकता आला इब्राहिम वा आला आली इब्राहिमा इन्नका हमिदुम माजिद’
१६) इसके बाद दुआ ए मसुरा पढ़े जो निचे दी गयी हैं
अल्लहुमाग फिरली वाली वाले दय्या वाल उस्तादे वाल जमीइल मूमिनीन वाल मुमिनाते वाल मुस्लिमीन वाल मुस्लिमत अल्हैयाये मिन्हुम वाल अमवाते इनका मुजीबुड दवाते बिरहमतिका या अर्हमर्राहीमीन
१७) अब आप सलाम फेर सकते हैं. ‘अस्सलामु अलैकुम व रहमतुल्लाह’ कहकर आप सीधे और उलटे जानिब सलाम फेरें.
✦ तीन रक’आत नमाज़ का तरीका:
दो रक’आत नमाज़ पढने के बाद तशहुद में सिर्फ अत्तहियात पढ़ ले. और फिर तीसरे रक’आत पढ़ें के लिए उठ कर खड़े हो जाये. इस रक’अत में सिर्फ सुरे फातिहा और सूरेह पढ़े और रुकू के बाद दो सज्दे कर के तशहुद में बैठें. तशहुद उसी तरह पढ़े जैसे उपर सिखाया गया है और अत्ताहियात, दरूद और दुआ ए मसुरा पढने के बाद सलाम फेर दें.
✦ चार रक’आत नमाज़ का तरीका:
दो रक’आत नमाज़ पढने के बाद तशहुद में सिर्फ अत्तहियात पढ़ ले. और फिर तीसरे रक’अत पढने के लिए उठ कर खड़े हो जाये. और बाकी के २ रकत पड़लें. चौथी रक’अत पढने के बाद तशहुद में बैठें. तशहुद उसी तरह पढ़े जैसे उपर सिखाया गया है और अत्ताहियात, दरूद और दुआ ए मसुरा पढने के बाद सलाम फेर दें.
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